Category: धर्म

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वैशाख माह में करें भगवान विष्णु की पूजा अर्चना ,जाने विधि और मुहूर्त ,सभी मनोकामनाएं होंगी पूरी

24 अप्रैल यानि आज से वैशाख का शुरू हुआ है। वैशाख के महीने को माधव मास भी कहते हैं।

हुक्मनामा श्री हरिमंदिर साहिब जी 24 अप्रैल 2024

हुक्मनामा श्री हरिमंदिर साहिब जी

आज का पंचांग 24 अप्रैल 2024: बुधवार का पंचांग, शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय

24 अप्रैल 2024 को चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इस तिथि पर स्वाती नक्षत्र और सिद्ध योग का संयोग रहेगा।

आज का अंक राशिफल 24 अप्रैल 2024: बुधवार के दिन क्या होगा आपका लकी नंबर और शुभ रंग

आज 24 अप्रैल 2024 है और दिन बुधवार। आज की तारीख के पूरे अंकों (24/04/2024, 2+4+4+2+0+2+4=18) को मिलाकर जोड़ें, तो जो अंक बन रहा है, वह 18 (1+8=9) है, जिसका जोड़ 9 बनता है।

आज का राशिफल 24 अप्रैल 2024: इन राशि वालो को मिलेगी खुशखबरी, जानिए अपना आज का राशिफल

ग्रह गोचर के अनुसार बुधवार 24 अप्रैल 2024 को कुछ राशि वालों पर ग्रहों का अच्छा या बुरा प्रभाव पड़ेगा।

आज ही जाने घर में गंगाजल रखने के सही नियम, जिंदगी होगी खुशियों से भरपूर,मिलेगी सुख समृद्धि

गंगाजल का इस्तेमाल शुद्धिकरण के लिए किया जाता है। इसे घर में रखना बेहद शुभ माना जाता है।

Hanuman Janmotsav 2024 : हनुमान जयंती पर उमड़ा आस्था का सैलाब, दिल्ली से लेकर अयोध्या तक मंदिरों में भक्तों का तांता

भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। तड़के सुबह से ही मंदिरों में लंबी-लंबी लाइन लग चुकी है। भगवान बजरंगबली के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से मंदिर पहुंच रहे हैं। दिल्ली से लेकर अयोध्या तक मंदिरों में लंबी-लंबी लाइन लगी हुई है।

UP के सीएम योगी ने हनुमान जयंती पर की पूजा-अर्चना

सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेश वासियों को हनुमान जयंती की शुभकामनाएं दीं और की मंगल कामना।

हनुमान जयंती पर करें पवन पुत्र की उपासना,जाने शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि,मिटेंगे सारे दुख

पवन पुत्र हनुमान जी को कलयुग का देवता कहा जाता है। हर साल चैत्र के माह में हनुमान जयंती का त्योहार शुक्ल पत्र की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है।

हुक्मनामा श्री हरिमंदिर साहिब जी 23 अप्रैल 2024

सोरठि महला ५ ॥ खोजत खोजत खोजि बीचारिओ राम नामु ततु सारा ॥ किलबिख काटे निमख अराधिआ गुरमुखि पारि उतारा ॥१॥ हरि रसु पीवहु पुरख गिआनी ॥ सुणि सुणि महा त्रिपति मनु पावै साधू अम्रित बानी ॥ रहाउ ॥ मुकति भुगति जुगति सचु पाईऐ सरब सुखा का दाता ॥ अपुने दास कउ भगति दानु देवै.
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