Reserve Bank की मौद्रिक समीक्षा बैठक की मुख्य बातें

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा पेश की। इसकी मुख्य बातें इस प्रकार हैं। * प्रमुख नीतिगत दर रेपो 6.50 प्रतिशत पर बरकरार। * चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान। * वित्त वर्ष 2023-24 में मुख्य मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत रहेगी।.

नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा पेश की। इसकी मुख्य बातें इस प्रकार हैं।
* प्रमुख नीतिगत दर रेपो 6.50 प्रतिशत पर बरकरार।
* चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान।
* वित्त वर्ष 2023-24 में मुख्य मुद्रास्फीति 5.2 प्रतिशत रहेगी। फरवरी की समीक्षा में इसके 5.3 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया गया था।
* रिजर्व बैंक ने कहा कि मुद्रास्फीति के खिलाफ ‘लड़ाई’ जारी रहेगी।
* रबी की फसल अच्छी रहने से खाद्य वस्तुओं की महंगाई कम होगी। मांग-आपूर्ति की सख्त स्थिति की वजह से इन र्गिमयों में दूध के दाम ऊंचे बने रहेंगे।
* भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव की वजह से वृद्धि परिदृश्य के नीचे जाने का जोखिम।
* कुछ विकसित देशों में बैंकों की विफलता पर रिजर्व बैंक की नजर।
* बैंकों में बिना दावे वाली जमा राशि का पता लगाने के लिए रिजर्व बैंक पोर्टल शुरू करेगा।
* चालू खाते का घाटा (कैड) बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही और चालू वित्त वर्ष में नरम होगा।
* 2022 में भारतीय रुपया व्यवस्थित तरीके से आगे बढ़ा। 2023 में भी ऐसी ही स्थिति रहेगी।
* मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक 6-8 जून को होगी।

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