लोकसभा चुनाव के दौरान अवैध शराब वं नशीली दवाओं की रोकथाम के लिए गुरदासपुर प्रशासन ‘बोट और ड्रोन’ के जरिए रखेगा विशेष नज़र: DC Vishesh Sarangal

लोकसभा चुनाव के दौरान अवैध शराब और नशीली दवाओं के इस्तेमाल को रोकने के लिए जिला प्रशासन गुरदासपुर अब 'बोट और ड्रोन' के जरिए विशेष निगरानी रखेगा।

गुरदासपुर: लोकसभा चुनाव के दौरान अवैध शराब और नशीली दवाओं के इस्तेमाल को रोकने के लिए जिला प्रशासन गुरदासपुर अब ‘बोट और ड्रोन’ के जरिए विशेष निगरानी रखेगा। डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल के निर्देशों के तहत पुलिस विभाग और एक्साइज विभाग की स्पेशल फ्लाइंग एसयूसीएडी टीमें अब नाव से ब्यास नदी में जाएंगी और अवैध शराब के कारोबार को रोककर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगी। इस बीच विशेष टीमें ड्रोन के जरिए इन इलाकों पर खास नजर रखेंगी।

आज स्थानीय जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स के कांफ्रेंस हाल में लोकसभा चुनाव संबंधी बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला चुनाव अधिकारी-कम-डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल ने कहा कि माननीय चुनाव आयोग की हिदायतों का पालन करते हुए नशीले पदार्थों का प्रयोग नहीं किया जाएगा और इस संबंध में विशेष फ्लाइंग SUCAD टीमों का गठन किया गया है।

उन्होंने बताया कि पिछले दिनों पुलिस और एक्साइज विभाग की टीम ने दरिया ब्यास के मौचपुर इलाके से 300540 एमएल अवैध शराब और 4400 किलोग्राम अवैध शराब बरामद करने में बड़ी सफलता हासिल की है। उन्होंने बताया कि इन टीमों को नदी में बने टापुओं पर अवैध शराब पकड़ने के लिए 4 नावें (मोटर बोट) और ड्रोन मुहैया कराए गए हैं, जिनसे नशा तस्करों पर पैनी नजर रखी जाएगी।

डिप्टी कमिश्नर सारंगल ने बताया कि हरचोवाल के नजदीक स्थित कीड़ी अफगाना शराब फैक्ट्री में 2-2 फ्लाइंग एसयूसीएडी टीमों को भी 12-12 घंटों के लिए स्थाई तौर पर तैनात किया गया है। ये टीमें फैक्ट्री में शराब के दैनिक उत्पादन और बिक्री पर नजर रखेंगी और इसकी दैनिक रिपोर्ट जिला चुनाव कार्यालय गुरदासपुर को भेजेंगी।

उपायुक्त ने जिलेवासियों से यह भी अपील की कि यदि उनके आसपास कोई व्यक्ति नशीला पदार्थ बांट रहा है तो वे इसकी सूचना चुनाव आयोग के हेल्पलाइन नंबर 1950 या जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम नंबर 1800-180-1852 पर दें। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की टीमों द्वारा त्वरित कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि इसके अलावा नशीली दवाओं के इस्तेमाल या चुनाव प्रक्रिया के उल्लंघन से संबंधित शिकायतें चुनाव आयोग के सी-विजल ऐप पर भी की जा सकती हैं।

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